क्यों लिखते हैं कागज़ पर राम नाम

लिखते समय इस रंग की स्याही का करना चाहिए इस्तेमाल

ऑनलाइन डेस्क :

हिंदू धर्म में भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है. भगवान राम भगवान विष्णु के सातवें अवतार माने जाते हैं. प्रतिवर्ष श्रीराम के जन्मदिन को रामनवमी के रूप में पूरे भारतवर्ष में धूमधाम से मनाया जाता है.

साल 2023 में रामनवमी का पर्व 30 मार्च दिन गुरुवार को मनाया जा रहा है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि राम का नाम लेने से भक्तों की सभी प्रकार की परेशानियां खत्म हो जाती हैं. कई बार तो राम नाम लेने से ऐसे फल भी मिलते हैं. जिनकी कभी कल्पना भी नहीं की होती.


यूं तो राम नाम कभी भी लेने और लिखने से कृपा प्राप्त होती है, लेकिन रामनवमी पर ऐसा करने से विशेष फल प्राप्त हो सकते हैं. रामनवमी पर भक्तों को कम से कम 108 बार नाम लिखकर उनकी पूजा करनी चाहिए. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं ज्योतिष आचार्य पंडित जी. 

हर अक्षर की है अद्भुत महिमा

हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार संसार में राम नाम से बढ़कर और कुछ भी नहीं. राम के हर अक्षर में सुख की प्राप्ति है. “र” के उच्चारण करने से हमारे सारे पाप बाहर निकल जाते हैं और “म” के उच्चारण से मन के कपाट बंद हो जाते हैं. जिससे पाप फिर से मन में प्रवेश नहीं कर सकता. ऐसा कहा जाता है कि इस कलयुग में केवल राम के नाम से सारे मनोरथ पूर्ण हो सकते है.

लाल रंग की स्‍याही प्रभु को अत्‍यंत प्रिय

आनंद रामायण में बताया गया है कि राम नाम जपने के अपेक्षा 100 गुना अधिक पुण्य राम का नाम लिखने से मिलता है. माना जाता है कि लाल रंग की स्याही से श्री राम का नाम लिखने से हनुमान जी भी प्रसन्न होते हैं. इससे शनि, राहु और केतु जैसे अशुभ ग्रहों का प्रकोप कम हो जाता है. राम नाम लिखने से मन एकाग्र होता है और स्मरण शक्ति में वृद्धि होती है.

वैज्ञानिकों ने भी माना

ध्वनि विज्ञान मानता है कि राम शब्द की ध्वनि जीवन से सभी दुखों को मिटाने की क्षमता रखती है. ध्वनि वैज्ञानिकों की मानें तो राम नाम के उच्चारण से मन शांत होता है. इससे घर में सुख समृद्धि और शांति आती है. साथ ही जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है.

 

 

 

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