नहीं लगी भनक
ऑनलाइन डेस्क :
इंसान का शरीर सबसे ज्यादा कॉम्प्लेस होता है। कई बार इंसान के शरीर में ऐसी चीजें हो जाती हैं, जिनके बारे में जानकर आश्चर्य होता है। ऐसी ही एक घटना एक महिला के साथ भी हुई थी।
दरअसल एक महिला ने पत्थर के बच्चे को जन्म दिया था। यह घटना महाराष्ट्र के नागपुर से सामने आई थी। यहां एक महिला को 15 साल तक ये खबर नहीं थी कि उसके पेट में एक बच्चा मौजूद है। जब उसने इसे जन्म दिया, तो वो स्टोन चाइल्ड यानि पत्थर का बच्चा था।
महिला को नहीं थी पेट में बच्चे की भनक
यह घटना वर्ष 2017 में सामने आई थी। महिला को 15 साल तक इस बात अंदाज़ा भी नहीं था कि उसके पेट के किसी कोने में एक बच्चा भी है। दरअसल, महिला को 3 साल से लगातार उल्टियां हो रही थीं और पेट में दर्द की शिकायत थी। डॉक्टर अक्सर उसने दर्द से निजात के लिए पेनकिलर और गैस की समस्या से राहत के लिए दवाइयां देते रहते थे। लेकिन उससे उसे कोई खास राहत नहीं मिल रही थी। आखिरकार जब महिला ने नर्सिंग होम जाकर सीटी स्कैन कराया तो उसके पैरों तले से ज़मीन खिसक गई।
पेट का सीटी स्कैन कराया तो उड़ गए होश
इसके बाद महिला ने नागपुर के एक प्राइवेट नर्सिंग होम में सीटी स्कैन कराया था, जहां डॉक्टरों को महिला की आंत में पत्थर जैसा कुछ दिखाई दिया। जब लैप्रोस्कोपी की गई तो होश उड़ गए।
पता चला कि वो स्टोन नहीं बल्कि एक चार महीने का बच्चा है। डॉक्टर भी ये देखकर चौंक गए क्योंकि ये काफी दुर्लभ मामला था। इसके बाद डॉक्टरों ने महिला का ऑपरेशन किया। 2 घंटे चली सर्जरी में डॉक्टरों ने महिला के पेट से स्टोन बेबी यानि पत्थर के बच्चे को बाहर निकाला।
इसलिए हुआ ऐसा
बताया गया था कि महिला ने 15 साल पहले गर्भ ठहरने के बाद अबॉर्शन कराया था क्योंकि वो बच्चे के लिए तैयार नहीं थी। उसी दौरान ये बच्चा महिला की आंत में जाकर फंस गया।
मेडिकल की भाषा में ऐसे स्टोन बेबी को लिथोपीडियन कहा जाता है और पिछले 400 सालों में स्टोन बेबी के 300 मामले सामने आए हैं. अबॉर्शन के 11 हज़ार मामलों में ऐसा होता है कि बच्चा शरीर में कहीं और जाकर फंस जाए। महिला फिलहाल स्वस्थ है।